STORYMIRROR

Pratibha Tripathi

Abstract

3  

Pratibha Tripathi

Abstract

दोस्ती

दोस्ती

1 min
138

दोस्तों के साथ बीता   

हर लम्हा याद आता है,

जीवन के सफर में वो

खुशनुमा बातें याद आती है ॥ 


दोस्ती एक ऐसी इत्र हैं

जो महके बन के हवा,

घुल जाए सांसों में ऐसे

जैसे मेरा यार मेरे लिए ॥


काश फिर वो शाम आए

दोस्तों के साथ बीते वो पल याद आए,

जीवन को जीने का अंदाज आए

काश! मेरे दोस्तों को मेरी याद आए॥


दोस्त मिलते हैं, जिंदगी के सफर में,

पर टूटे ना‌ दोस्ती, इस सफर में,

साथ निभाना दोस्त मेरे,

जिंदगी के हर सफर में

साथ न छोड़ना जिंदगी के सफर में,

नहीं डूब जाएगी कस्ती मेरे नाव की ॥


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract