Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

दोस्ती

दोस्ती

1 min
220


ना ख़ून का रिश्ता ना मतबल का रिश्ता

 कुछ यूं अलग है दोस्ती का रिश्ता


 यक़ीन नहीं आज़मा के देखो

 दोस्ती का मोहर हर रिश्ते में लगा के देखो

 माँ और फ़िर प्यार हो जायेगा

 पिता के हर ख़ुशी तुमको भायेगी

 बहन भाई दोस्ती हो

 रिश्ते और भी गहरी हो जाएगी

 पति से दोस्ती कर लो तो

 रिश्ते जिंदगी भर साथ निभायेंगे


 दोस्ती गर सिर्फ़ दोस्तों से नहीं

 हर रिश्ते में अजमाय न तो

 बात अलग ही हो फिर रिश्तों की

 यह बस अगर लोग समझ सकते तो


 हर रिश्तें में कुछ बंदिशें होती है

 सबकी अपनी तमन्ना होती है

 पर दोस्ती को बात ही निराली है

 बस दिल के साफ मुश्किल में साथ देनी वाली है


 आज फ्रेंडशिप डे पे हर हर दोस्त को दिल से सलाम

 जिसने दोस्ती की अनौपचारिकता सिखाए

 और वही ख़ुशी और विश्वास से

 मैंने अपने सारे रिश्ते निभाए


Rate this content
Log in

More hindi poem from Mishti Mondal

Similar hindi poem from Abstract