दिल
दिल
जब -जब देखे तुझे ये आँखें, दिल बेक़रार होता है
ना जाने क्यों मन को तुझपर ही एतबार होता है
करती है बातें ये आँखें उसकी, जो ख्यालों में बसा हो
भावनाओं की जो बात समझे, उसी से प्यार होता है
सिफ़र सी जब जिंदगी होने , लगे, टूट रहा हो अंतर्मन
बन के उसकी हिम्मत , साहस, ऐसा दिलदार होता है
सोच के उसकी बातों को ,जब-जब मन प्रफुल्लित हो
जिंदगी में आने से उसकी बहार ,दिल गुलजार होता है
ताकत बन जाए प्रेम अगर ,तो जिंदगी मुस्कुराती है
बन के अपने मीत का गीत , ऐसा किरदार होता है
