चतुराई दिल की
चतुराई दिल की
लाल सुर्ख रंग , मगन हो धड़कता ये दिल हर वक़्त ।
हर एहसास का है इसे पूरा साज ,चतुराई से देता है ,ये हमारा साथ ।
कभी ये दुखी होता है , कभी आंसुओं के समुंदर में डूबता है ,
फिर भी ये उभरता है , चतुराई दिखा ज्यादा दुख नहीं पीता है ।
रोज फ़लक कर खुशियों के आसमान को छूता है ,
चतुराई दिखा ,आसमान से खुशियों के तारे भी तोड़ कर लाता है ।
