चांदनी
चांदनी
आप,
आपका स्पर्श दिन के उजाले की तरह है,
यह सबसे मीठा दर्द है,
कि मेरी त्वचा सुनहरा।
जलती हुई लौ की तरह।
जैसे ही आपकी उंगलियां मेरी रीढ़ से नीचे जाती हैं,
मेरे होंठ मीठे लाल जैसे शराब के गिलास,
जैसे-जैसे तुम मुझे अपनी बाहों में दबाए जाओगे,
और दिन के उजाले दूर हो जाते हैं,
जैसा कि मैं तुम्हारे साथ फिर से प्यार में पड़ गया।
तुम्हारा प्यार,
इसकी चांदनी की तरह,
चांदनी आकाश में तारे की तरह,
एक चमक की तरह जो रात को रोशन करती है।
गोधूलि के दिल को सहलाता है।
मेरा दिन चमकता है, मेरी रात चमकती है,
जैसे ही अंधकार प्रकाश में जाता है,
चांदनी के खूबसूरत रसातल में,
उन आसमानों के नीचे जैसे तुम्हारी बाँहें
मुझे कस कर पकड़ती हैं,
जैसा कि मैं तुम्हारे साथ फिर से प्यार में पड़ गया।
उगना।
व्यंजना है कि विषाद,
मेरे आसमान को,
जैसा कि मैंने आपके प्यार को पैदा होने दिया,
उठो।
जैसा कि मैं तुम्हारे साथ फिर से प्यार में पड़ गया
तुम्हारे साथ...