चाहत
चाहत


बचपन मे बड़े होने के
सपने देखते हैं
और बड़े होने पे अपना
बचपना ढूंढते हैं
जो पास है ही नही
उसी की चाहत करते हैं
जो पास होता है
उसकी कीमत नहीं करते हैं!
बचपन मे बड़े होने के
सपने देखते हैं
और बड़े होने पे अपना
बचपना ढूंढते हैं
जो पास है ही नही
उसी की चाहत करते हैं
जो पास होता है
उसकी कीमत नहीं करते हैं!