बरसात
बरसात
नफ़रत जड़ है
रेगिस्तान में पानी खोजते खोजते बस ही जाती है दिलों में
कमबख्त
मुहब्बत बरसात है हर किसी के दिल पर बारिश बन बरस पड़ती है.
नफ़रत जड़ है
रेगिस्तान में पानी खोजते खोजते बस ही जाती है दिलों में
कमबख्त
मुहब्बत बरसात है हर किसी के दिल पर बारिश बन बरस पड़ती है.