भोजपुरी छठ गीत 6 – छठ करे कैसे घरे जाई |
भोजपुरी छठ गीत 6 – छठ करे कैसे घरे जाई |
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लागल सिमवा पर लड़ाई छठ करे कैसे घरे जाई।
दौरा छठ घाट के पहुंचाई छठ माई करा कुछ उपाई।
छठ करे कैसे घरे जाई।
के हो लियाई गेंहुआ के जाई पीसना पिसाई।
केरवा के घनिया उखिया डलिया कईसे आई।
छठ करे कैसे घरे जाई।
पापी पाकिसतनवा बेरी बेरी गोलवा चलावेला।
बदला लेवे बीना हमरो खूब मनवा सतावेला।
आई छठ मईया होखा मोर सिमवा सहाई।
छठ करे कैसे घरे जाई।
मारी दुशमनवा घरे हम जाइब छठ मनाइब।
डूबते सुरज छठ घाट अरघ हम चढ़ाइब।
नारियल केरा पुआ पकवान सुपवा चढ़ाई।
छठ करे कैसे घरे जाई।
गईया के घियवा धूप कपुरवा माटी के दियवा।
गेंहुया के ठेकुआ बंसवा के डलिया फलवा।
भोर भीनसरवा उगते सुरज अरघ हम चढ़ाई।
छठ करे कैसे घरे जाई।