भावना और शक्ति
भावना और शक्ति
जब मैंने भावना और शक्ति दोनों
इकट्ठा करने की कोशिश की!
तो मुझे लगा दोनों मेरे ही बाजु है;
यदि में भावना रखती हूॕ तो मेरी शक्ति मेरे साथ हैं!
और मुझमें शक्ति हैं..तो मेरी भावना उससे जुड़ी है!
इंसान दिल से अपने लिये इंसानियत चाहता है!
क्योंकि इंसान को पता है...
इंसाननियत ही सबसे पहला धमऀ है..इंसान का;
दूसरों की भावना की कद्र करों!
यही आज के जीवन की सच्चाई है!
इंसान को एक-दूसरे का.. साथ!
विश्वास और प्यारा साथ चाहिये!
उसे मिल गया तो समझो उसे;
ज़िन्दगी मिल गयी!
