भारत को चायना से मुक्ति दिलाई जाए
भारत को चायना से मुक्ति दिलाई जाए
चलो देश के प्रति थोड़ी ज़िम्मेदारी निभाई जाए,
सरकार पर सारा बोज ना डालकर,
थोड़ी सी मेहनत ख़ुद भी की जाए।
अपने मोबाइल फोन में से चायनीज़ एप्स
Uninstall कर दी जाए।
चलो, भारत को चायना से मुक्ति दिलाई जाए।
चलो इस बार दिवाली नए तरीके से मनाई जाए,
चायनीज़ लाईटिंग को छोड़कर,
देसी दीपक जलाए जाए।
चायनीज़ पटाख़े को छोड़कर,
खुशियों के रंगों से भरी, रंगोली बनाई जाए।
चलो भारत से चायना से मुक्ति दिलाई जाए।
मकरसंक्रांति भी अब से कुछ इस तरह से मनाई जाए,
चायनीज़ पतंग और मांझे से नहीं,
देश के पतंग - मांझे से उत्तरायण मनाई जाए।
चायनीज़ तुक्कल या बलून से नहीं,
छत पर दिये जलाकर रोशनी की जाए।
चलो, भारत को चाइना से मुक्ति दिलाई जाए।
ज़रा ख़ून की होली खेलने वालों के बारे में भी सोचा जाए,
चायनीज़ पिचकारि या गुब्बारों से नहीं,
देसी गुलाल से होली खेली जाए।
चलो, भारत को चाइना से मुक्ति दिलाई जाए।
चलो, चीज़े खरीदते वक़्त थोड़ा सा ध्यान रखा जाए।
अब तक चायनीज़ प्रॉडक्ट ख़रीद ली तो कुछ नहीं,
Made in India देखकर ही अब से चीज़े ख़रीदी जाए।
चलो, भारत को चाइना से मुक्ति दिलाई जाए।
चलो, बच्चों को भी थोड़ा प्यार से समझाया जाए ।
चायनीज़ खिलौनों से उनको
अब से दूर रखा जाए।
उनको भी देशभक्ति के बारें में,
प्यार से थोड़ा सा समझाया जाए।
चलो, भारत को चाइना से मुक्ति दिलाई जाए।
चलो, 1947 के पहले की गुलामी को याद किया जाए।
इतिहास वापस अब ना दोहराया जाए।
चाइना का पूर्णतः बहिष्कार कर के
भारत को चाइना के गुलाम बनने से बचाया जाए।
चलो, भारत को चाइना से मुक्ति दिलाई जाए।