बेशकीमती जज़्बात
बेशकीमती जज़्बात
बडे बेशकिंमती होते है जज्बात,
जो दिल से जुडे होते है,
छेडो ना इनको बेखयाली में,
ये तुफानो से घिरे होते है ..
तहस नहस कर देंगे खुद को,
फिर भी उसीपे अडे होते है,
ठान लिया हमने तो,
फिर कहा रास्ते मुडे होते है ..
पार करना है दरियाँ,
जो आग की लपटों से घिरे होते है,
अंजान है हर वो शख्स,
जीनसे सफर कामयाबी के शुरू होते है ..
तिनका काफी होता है नाव डुबाने को,
तिनकेसे ही कभी सफर तय होते है,
तुम बनो किसी का आगाज,
आलम खुशनुमाँ तब होते हैं। ..