बदलता शहर
बदलता शहर
मैंने इस शहर को बदलते देखा है,
शाखों से गिरे हर फूल को
धूल बनते देखा है।
खामोश राहों में
शोर को गुजंते सुना है,
मैंने इसके अक्स को,
इसमें बसे हर शक्ख्स को,
रोज बदलते देखा है,
हां मैंने इस शहर को
बदलते देखा है !
मैंने इस शहर को बदलते देखा है,
शाखों से गिरे हर फूल को
धूल बनते देखा है।
खामोश राहों में
शोर को गुजंते सुना है,
मैंने इसके अक्स को,
इसमें बसे हर शक्ख्स को,
रोज बदलते देखा है,
हां मैंने इस शहर को
बदलते देखा है !