बापू का सिक्का
बापू का सिक्का
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अपमान और क्रोध को पाला,
देश से अंग्रेजों को निकाला।
बिन गोली, बिन तीर व भाला,
था वो ऐसा वीर निराला।।
जाति पाती का भेद मिटाया,
भारत को आज़ाद कराया।
सच्चाई का पाठ पढ़ाया,
महात्मा व बापू कहलाया।।
सत्य अहिंसा जिनके साथी,
तन लँगोटी हाथ में लाठी।
नायक है वो आज का- कल का,
बापू का सिक्का आज भी चलता।।।