STORYMIRROR

Harish M

Tragedy

3  

Harish M

Tragedy

बाल मज़दूर के आशा

बाल मज़दूर के आशा

1 min
262

देखो! उस बच्चा खेल रहा है। 

देखो! वे स्कूल जा रहे है। 

देखो! वे स्वस्थ और सुरक्षित है। 

पर हमे एसे नहीं हो सकते।


देखो! उस बच्चा पढ़ रहा है। 

देखो! वे दोस्त बना रहे है। 

देखो! वे माँ को पढ़ा रहे है। 

पर हमे एसे नहीं हो सकते।


देखो! उस बच्चा कॉलेज जा रहा है। 

देखो! उसे नौकरी मिली है। 

देखो! वे अच्छे कमाया है। 

पर हमे एसे नहीं हो सकते।


देखो! उस आदमी के अच्छे जीवन मिला। 

देखो! वे अच्छे कमाया और अमीर हो गया। 

हम एसे क्यों न हो सकते? क्यों बंद है हम?

क्योंकि हम मज़दूर है, और एसे हो नहीं सकते। 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy