ॐ इग्नोराय नमः
ॐ इग्नोराय नमः
खुद का स्टेटस होना चाहिए लाइफ में
अपने आसपास दो तरीके के लोग होते है,
एक जो,
हमेशा ऊपर की सोचते हैं,
लाइफ में कुछ करना है, गोल होने चाहिए
कैसे लक्ष्य हासिल करे, कैसे हम ग्रो हो
जिंदगी में लक्ष्य तक पहुँचाने
के लिए रास्ते ढूंढते रहते हैं
पर दूसरा जो
उनका दिमाग तो सिर्फ
छोटी छोटी बातें, चीजों पे होता है
दो चार रुपैयो में जिनका दिमाग चलता है
वो कभी आगे नहीं बढ़ते,
इसी लिए अच्छे लोगों को
कैसे इसको इग्नोर करे,
कैसे उसको बुरा फील कराए
कैसे उसे रुलाऊँ,
कैसे हुसे जल्स फील कराए
ऐसे लोग, बंदर बुद्धि लोग
रहेंगे आपके पास हरवक्त
औऱ आपको रहना पड़ेगा, मजबूरी है,
आगे बढ़ना है,
मेरा मानना है कि कोई कुछ करे या कहे
फर्क नहीं पड़ना चाहिए हमें
बहाना छोड़ो और ढिकाना विकना,
सब छोड़ो और लक्ष्य तक चलो
किसी को जो करना है,करे करे दो
संघर्ष के वक्त आप अकेले होंगे,
आपको नजरअंदाज करेंगे करने भी दो,
सफलता के वक्त वो ही
तुम्हारे आगे पीछे होंगे इसी लिए,
जिंदगी में कुछ करना है तो
सिर्फ एक ही मंत्र है,
ॐ इग्नोराय नमः।