अब आएगा एक नया सबेरा….
अब आएगा एक नया सबेरा….
तूफ़ानो से तू ना डरना आँधी का तो नाम भी न लेना,
चट्टानों संग लड़ने वाले,ख़त्म हुआ अब तेरा सहना……
चांदनी के तारो भरी रात को जैसे साथ चांद का हैं ना…..
देख रही मंजिल राह तेरी,मान जा तू मेरा कहना…..
तोड़ेगा तू सारे बंधन,अब आएगा एक नया सबेरा….
खुद का तू साथी बन,यहाँ नहीं हैं अब कोई तेरा…..
रुकने का जब मन करेगा,तोह याद करना सपना हमारा.....
तारो को न ऐसे टूटते देख तू,कोई न बनता यहाँ किसी का सहारा……
हर प्रयास तू दिलसे कर, कड़ी मेहनत सें मिलेगा तुझे अंजाम प्यारा…..
उम्मीद न छोड़ तू संयम रख,रुक न जाना ऐसे जैसे कोई थका हारा…..
समझलेना तू बात हमारी,किताब ही हैं सबसे अनमोल तेरा गहना…..
लहरों को मत देख ऐसे तू, तू तोह समंदर की तरह बस बहते ही रहना….