आप
आप
आप पे ऐतबार करने का मन करता है
आप से एक खुबसुरत रिश्ता
बनाने का मन करता है
एक ऐसा रिश्ता
जिसमे सिर्फ सच्चाई और अच्छाई हो
एक ऐसा रिश्ता
जिसमे कभी खामोशी ना हो
एक ऐसा रिश्ता
जो दिल से जुड़ा हो
कहने को तो वो दोस्ती ही हो
दोस्ती से ज्यादा कुछ भी ना हो
पर हर मुश्किल मे हर समय
हर घड़ी हर पल
कोई साथ हो या ना हो
या तब जब सब साथ हो
पर फिर भी ए इतना खास हो
के इस दोस्ती से गहरा
और कुछ भी ना हो
और कुछ भी ना हो
और कुछ भी ना हो।