कैसे टिके लोकतंत्र वहाँ
कैसे टिके लोकतंत्र वहाँ
कैसे टिके लोकतंत्र वहाँ ?
जहाँ लोग नेतागिरी से ज्यादा,
चमचागिरी में खुश हो।
कैसे टिके लोकतंत्र वहाँ ?
जहाँ लोग जात पात धर्म की पट्टी बांध
अंध भक्त बने,
दोगलेपन को पूज रहे हो।
कैसे टिके लोकतंत्र वहाँ ?
जहाँ लोग सत्य स्थिति देख ना पाये,
देखे भी तो कह ना पाये,
कर्मकांड के अंधविश्वासी हो।
कैसे टिके लोकतंत्र वहाँ ?
जहाँ लोग शिक्षा ले ऊंची ऊंची।
पर अक्ल पे ताले लगे हो पुस्तैनी
जो इन्सान को जातिवादी बन बांटे हो।
कैसे टिके लोकतंत्र वहाँ ?
जहाँ, लोग शासक को हुक्मूनार बना,
भजन पूजन कर उसकी आरती गाये,
जो गुलामगिरी के लक्षण हो।
कैसे टिके लोकतंत्र वहाँ ?
जहाँ लोग, सत्ता लुटने वालों से,
क्या ये लोकतंत्र है ?
सवाल पूछ ना रहे हो।
कैसे टिके लोकतंत्र वहाँ ?