ये लम्हा तुमसे चाहता हूँ
ये लम्हा तुमसे चाहता हूँ
लम्हा जिंदगी मैं अच्छा भी होता है सोचता था लम्हा जिंदगी मैं सच्चा भी होता है, मैं ये भी सोचता था ये एक सबक लेके आता है मुझे पता था मुझे जो लम्हे मैं मिला वो एक ऐसा लम्हा था जो कोई नही चाहेगा मैं तो बिल्कुल भी नही चाहता था क्योंकि मैं तो उसे दिल से चाहता था पर उसने मुझे कभी काबिल न समझा था। मे ने उसे जितना अच्छा समझा उसने मुझे उतना ही गलत समझा था। कोई तो उसे समझा दे कोई तो उसे जाके ये बता दे। ना मेरे इरादे गलत थे ना मेरे वादे गलत थे ना मैं आज गलत हुँ ना मैं तब गलत था। शायद मुझे समझने का तुम्हारे पास समय नही था।
जिंदगी में सोना भी था चैन भी था तुमने मुझे इस तरह बिना समझे छोड़ दिया। एक लम्हा जिंदगी मैं ऐसा भी मिलेगा ये मेने सोचा न था अगर तुम ये पढ़ रहे हो कहीँ तो देदो मुझे वो लम्हा मेरा जो मैं तुम्हे अपने साथ समझकर तुमसे बात करते हुए तुमसे जिक्र करते हुये देखता था मेरी जिंदगी का एक लम्हा भी ऐसा नही होता था जिस लम्हे में तुम्हारा खयाल नही होता था तुम्हारी सोच नही होती थी। एक लम्हा भी ऐसा नही था जिसमे तुम्हारी याद नही थी हाँ वो अलग बात थी कि मेरे हर लम्हे मैं पहले मेरी माँ की जगह थी। बीच बीच मे मै अपनी माँ का जिक्र भी तुमसे करता था इसका मतलब ये तो नही की मैं तुमसे प्यार नही करता था। मेरी हर बात सही थी मेरी हर सोच सही थी मेरा हर सपना मेरा हर खुआब सही था मेरा हर इरादा सही था तुमसे किया हुआ मेरा हर बादा सही था। मैं सिर्फ इतना चाहता हूँ कि तुम मुझे समझने की कोशिश करो इसका मुझे एक मौका मिलना चाहिए था। मैं ये मान गया सब समझ गया कि तुम बहोत स्पेशल ओर बहोत कीमती हो इसीलिए मैं ये दिल से चाहता था की जिस लम्हे में तुम्हे सबसे ज्यादा किसी की जरूरत हो मैं उस लम्हे को तुम्हारे साथ तुम्हारी आंखे बनकर रहना ओर जीना चाहता था। तुम मेरी बातों को गलत मत समझना। मैं ये लिखकर तुम्हे कोई एहसास नही दिलाना चाहता था कि तुम्हे किसी की आँखों की जरूरत होती है मैं तो सिर्फ तुम्हारी आंखे बनना चाहता था। मैं अपनी जिंदगी का हर लम्हा तुम्हारे साथ जीना चाहता था मैं तुमसे हमारी जिंदगी के सबसे हसीन ओर यादगार लम्हे चाहता था
मैं बस तुमसे यही कहना चाहता हूँ बिन तुम्हारे रहना नहीं चाहता हूँ। तुमसे अपनी एक कहानी भी चाहता हूँ मै तुमसे आज ओर कल नही अपनी पूरी जिंदगी चाहता हूँ। ये कैसे बताऊ मै तुम्हे कितना चाहता हूँ तुमसे अपनी जिंदगी का हर लम्हा चाहता हूँ। जाने अनजाने में अगर मुझसे कोई पाप हुए है उसका पुण्य भी मै तुमसे करना चाहता हूँ। मुझे तुम समझने की कोशिश करो । मैं तुमसे शादी करके तुम्हारी जिंदगी का सबसे अच्छा दोस्त बनना चाहता हूँ। मैं तुम्हारे लिए तुम्हारी जिंदगी की हर हॉट और कोल्ड कॉफी अदरक बाली हॉट और कोल्ड चाय भी बनाना चाहता हूँ। मैं उतना अच्छा फ़ूड कुक शेफ तो नही पर तुम्हारी जिंदगी का सबसे अच्छा शेफ बनना चाहता हूँ। शायद तुम्हे मेरे बनाये हुए खाने में एवरीडे मसाले का टेस्ट ना मिले पर मैं उसमे अपने प्यार के महक की खुशबू लाना चाहता हूँ। मैं तुम्हारे लिए आसमा से चाँद तारे तो नही पर हाँ कभी कभी जो तुम्हे पसंद है वो फूल तुम्हारे लिये लाना चाहता हूँ। मैं अपनी जिंदगी में कुछ और नही तुम्हे ही पाना चाहता हूँ तुम्हे अपना बनाना चाहता हूँ। ये कैसे बताऊ मैं तुम्हे कितना चाहता हूँ मैं अपना फेवरेट मिल्क केक भी तुम्हारे साथ खाना चाहता हूँ। ये कैसे बताऊ में क्या तुम जानते हो मेरा फेवरेट कलर येलो है पर मैं साथ मे तुम्हारे हर फेवरेट कलर को अपना फेवरेट कलर बनाना चाहता हूँ। तुम स्टोरी मिरर की राइटर विनर ही नही जिंदगी की बहोत अच्छी फाइटर भी हो। मैं तुमसे अपनी जिंदगी की एक किताब भी लिखवाना चाहता हूँ। जिसके साथ मैं अपनी जिंदगी के सात फेरे लेना चाहता हूँ मैं हर जनम में अपनी माँ का अच्छा बेटा ओर एक अच्छा पती बनना चाहता हूँ। वो मुझसे बार बार ये कहती है वो देख नही सकती पर मैं उसे अपनी आंखों से इस खूबसूरत और रंगीन दुनिया को दिखाना चाहता हूँ। बो कहती है ये इतना आसान नही है मैं उसकी बात मानता हूँ और जनता भी हूँ। अगर सब कुछ इतना आसान होता तो युद्ध यहां घमासान होता हर कोई टाटा बिरला ओर हर कोई धीरू भाई अम्बानी होता । माना हर काम आसान नही होता पर क्या उस काम को आसानी से करने बाला इंसान नही होता। मैं बोलता तो बहोत हूँ पर किससे क्या बोलना है ये नही आता मुझे काम का नॉलेज तो है पर दुनियादारी का नॉलेज नही है इसके लिए मुझे मेरी माँ निर्मला देवी गुर्जर गाइड करती हैं उसे भी मैं अपनी माँ की तरह गाइड के रूप में देखना चाहता हूँ मैं बस यही नही उससे ढेर सारी बातें भी करना चाहता हूँ। ये कैसे बताऊ मैं तुम्हे कितना चाहता हूँ ये कैसे बताऊ मैं तुम्हे कितना चाहता हूँ।
