वह मेरा फेवरेट भाई था
वह मेरा फेवरेट भाई था
जब मैं 14 साल की थी तो मेरे किरायेदार ने मुझसे बलात्कार किया। वह मेरा फेवरेट भाई था और मुझे उससे बात करना अच्छा लगता था। मेरी मां ने मुझे कई बार इसके लिए सचेत किया लेकिन मुझे लगता था कि वो ऐसे ही बोल रही हैं। मैं जानती हूं कि मुझे उनकी बात सुननी चाहिए थी।
अक्टूबर 2015 का महीना था, दोपहर के समय घर की घंटी बजी थी। मैं घर पर अकेली थी क्योंकि मम्मी-पापा और बहन उत्तर प्रदेश किसी शादी में गए हुए थे। स्कूल में मेरा टेस्ट था इसलिए मुझे रूकना पड़ा था। इसके अलावा घर बंद करके ऐसा छोड़ना हमारे इलाके में ठीक भी नहीं था। मुझे आज भी अच्छे से याद है कि वह किस तरह से दरवाजे पर खड़ा होकर मुस्कुरा रहा थII उसने मुझे एक कप चाय बनाने को बोला। जब मैं किचन में जाने लगी तो उसने तुरंत दरवाजा लॉक कर दिया। इसके बाद उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और कहा मैं अब ज्यादा इंतजार नहीं कर सकता है। मैं तुमसे प्यार करता हूं। उसने कहा मैं तुमसे शादी करना चाहता हूं। मैं पूरी तरह से सन्न हो गई थी, मुझे याद है कि मैं तो उसे बड़ा भाई समझती थी। लेकिन मैं कुछ कहती उससे पहले ही उसने मुझे कसकर पकड़ लिया। मैं उससे छोड़ने की भीख मांगती रही लेकिन उसने एक न मानी और मेरा रेप कर दिया।
मैंने उसे कभी ऐसा नहीं देखा था, उस समय लगा कि उसके अंदर कोई और आ गया है। मैंने उसका विरोध किया तो उसने मुझे दो थप्पड़ मारे और वीडियो बनाकर उसे वायरल करने की धमकी देने लगा। उस दिन मेरी जिंदगी पूरी तरह से बदल गयी।
मैं बहुत ही चंचल लड़की थी, लेकिन इस घटना के बाद मैं पूरी तरह से शांत हो गई। मुझे तो ये भी नहीं पता था कि ये तो बस शुरूआत है। इस बारे में मैंने किसी को नहीं बताया अपने परिवारवालों को भी नहीं जो दो दिन बाद शादी से वापस आ गए थे। मैं हर तरह से इस बात को छुपाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन वे मेरे व्यवहार में बदलाव देख रहे थे। जल्द ही मैंने स्कूल जाना बंद कर दिया, मेरी तबीयत ठीक नहीं रहती थी। मेरे पेट में हमेशा दर्द होता था, लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरे पेट में बच्चा पल रहा है।
जून 2016 की एक रात को लगभग 2 बजे मेरे पेट में बहुत दर्द शुरू हो गया और मैं उठकर बैठ गई। मेरी मां ने पापा से मुझे तुरंत हॉस्पिटल ले जाने को कहा। वहां जाने पर डॉक्टर ने बताया कि मैं 8 महीने से प्रेग्नेंट हूं। ये बात सुनकर मेरे पैरेंट्स टूट गए और मुझे वहीं पीटना शुरू कर दिया। उन्होंने बच्चा गिराने की बात की लेकिन हॉस्पिटल वालों ने बताया कि अब बहुत देर हो चुकी है। घर वापस आ गई, अगले दिन सुबह मैंने सुसाइड करने का सोचा, फिर मैं रूक कई और बच्चे के बारे में सोचने लगी। अंत मैंने तय कर लिया और मम्मी पाप को भइया की करतूत के बारे में बता दिया। कुछ दिन बाद उन्हें अरेस्ट कर लिया गया।
जिसने मेरी जिंदगी तबाह की उसे बस 10 साल की जेल और 20,000 रुपए जुर्माना लगाया गया। अभी मुश्किलें कम नहीं हुई थी कि मां बाप ने मुझे अपनी बहन से दूर रहने को कह दिया। उनका कहना था कि मैंने उन्हें शर्मिंदा किया है। ये कहानी उस लड़की की है, जिसका रेप हुआ। बच्चे से अलग कर दिया गया। मां बाप ने भी दूरी बना ली, इसके बाद यह लड़की एक गैर सरकारी संगठन के साथ काम करती है। यह कभी दोबारा स्कूल नहीं जा पाई। उसके बच्चे को एक परिवार ने अपना लिया था।
