stop child marriage
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(घर मेँ) बापूः छोटिया की माँ सुनती हो कल लड़के वाले लोग आ रहे है छोटिया को देखने को।छोटिया को तैयार कर देना।
छोटियाः बापू किसे देखने आ रहे?
बापूः छोटिया तुम्हे देखने आ रहे है तुम्हारी शादी होगी।
छोटियाः बापू कल तो मुझे स्कूल जाना है।
बापूः छोटिया अरे छोड़ो तुम्हे जितना पढ़ना था तुने पढ़ लिया।अब पढ़ना छोड़ अब तेरी शादी होगी। तू लड़की है लड़का नही। तुम्हे दुसरे घर जाना है।
छोटियाः बापू आज स्कूल जाने दो।
बापूः ठीक है आज स्कूल चली जा। कल से मत जाना।
छोटिया स्कूल आती है। अपने Teacher से कहती है।
छोटियाःTeacher जी कल से मैँ स्कूल नही आऊगी मेरी शादी हो रही है।
Teacher: छोटिया इस उम्र मेँ तुम्हारी शादी हो रही है! तुम्हारी उम्र तो 11वर्ष है । तुम्हारी शादी करने की सही उम्र अभी नही है। छोटिया तुम्हारा बाल विवाह हो रहा है।सरकार ने लड़का और लड़की की शादी करने की सही उम्र निर्धारण की है।लड़का का शादी करने की उम्र 21वर्ष है।और लड़की की शादी करने की उम्र 18वर्ष है।जो आदमी इससे कम उम्र मेँ लड़का और लड़की की शादी करवाता है।वह आदमी बाल विवाह करवाने का आपराध करता है।सरकार उसे कठोर सजा देती है।
Teacher: देखो छोटिया तुम इस स्कूल की सबसे तेज पढ़ने वाली लड़की हो।तुम पढ़-लिख कर I.P.S बन सकती हो। तुम्हारी उम्र अभी पढ़ने की है, जबरन तुम्हारा बाल विवाह करवाया जा रहा है जो कानूनी आपराध है।
छोटिया:Teacher जी इस गांव मे सभी लड़की की शादी कम उम्र मे हो जाती है।मै क्या करु?
Teacher: देखो छोटिया यदि तुम्हे इस जीवन मे कुछ बनना है। तो जो लोग तुम्हारा बाल विवाह जबरन करवाना चाहते है उसके खिलाफ थाना मे जाकर F.I.R करो। कानून उसे सजा देगा। तभी तुम्हारा बाल विवाह नही होगा।
छोटिया:Teacher जी मैँ अपने बापू और माँ पर F.I.R करु?
Teacher: छोटिया यदि तुम्हे पढ़ना है और I.P.S बनना है तो तुम्हे यह काम करना पड़ेगा।आज के समय मे लड़की कमजोर नही होती है। वह भी लड़के जैसा काम कर सकती है।
छोटिया स्कूल से घर आती है और कहती है।
छोटिया:बापू मै शादी नही करुगी। मुझे अभी पढ़ना है।
बापू: छोटिया अरे छोरी भाँग पी है?
छोटिया: बापू Teacher जी ने हमे बताया है कि सरकार ने लड़की की शादी करने की सही उम्र 18 वर्ष निर्धारण की है। मेरी तो उम्र 11वर्ष है।बापू मेरा अभी उम्र शादी करने का नही है। बापू आप मेरा जबडरन कम उम्र मे बाल विवाह करवा रहे है। सरकार आप को सजा देगी।
बापूः छोटिया अरे छोरी तेरे कान Teacher ने भरे है। साले की अभी ख़बर लेता हूँ।
बापूः सुनती हो छोटिया की माँ इसे(छोटिया को)घर से बाहर निकलने मत देना जबतक इसकी शादी न हो जाये।
बापू गाँव के मुखिया के पास जाता है और कहता है।
बापूःमुखिया जी गाँव के स्कूल का master गाँव के छोरियो को हम लोग के खिलाफ भड़का रहा है।वह कहता है कि छोरियो को कम उम्र मे शादी नही करनी चाहिए। छोरियो को भी लड़का जैसा बहुत पढ़ना चाहिए।
मुखियाः बापू साले की अभी खबर लेता हूँ।चलो स्कूल।
बापूःTeacher अरे साले तो गाँव के छोरियो को हम लोग के खिलाफ भड़का रहा है।
Teacher:बापू मैँ तो उनका आधिकार बतलाया हूँ। कि लड़कियो को भी पढ़ना चाहिए। कम उम्र मे शादी नही करनी चाहिए।
मुखियाःTeacher मारो साले को गाँववालो।
Teacher को मार कर गाँव से भगा देते है। इधर छोटिया घर मे कैद है।
छोटियाःमाँ मुझे शादी नही करनी है मुझे पढ़ना है। भैया भी तो बड़े शहर मे पढ़ता है।
माँ:अरे छोरी वह तो लड़का है। तू लड़की है तू दुसरे घर जाएगी।
(छोटिया सोचती है कि मै घर मे कैद रही तो मेरी शादी हो जायेगी। यदि मुझे पढ़ना है तो मुझे कुछ करना पड़ेगा)
छोटियाः माँ मैँ शादी करने को तैयार हूँ। मुझे घर से बाहर खेलने जाने दो।
माँ: छोटिया ठीक है छोरी आज भर खेल ले। बापू के घर आने तक घर आ जाना।
(छोटिया घर से निकल कर अपने सहेली लोग को एकत्र करती है और कहती है)
छोटिया:देखो सहेली लोग आज मेरी कम उम्र मे शादी हो रही है कल तुम लोगो की होगी।मुझे पढ़ना है, यदि तुम लोगो को भी पढ़ना है तो तुम लोग मेरी सहायता करो। जिससे तुम लोगो का भी बाल विवाह नही होगा।
सहेलीलोग: छोटिया तुम तो बात ठीक बोल रही हो।तुम अपने बापू और माँ पर FIR करोगी।
छोटिया:सहेलीलोग! हाँ मै करुगी मेरे बापू और माँ मेरा बाल विवाह जबरन कर रहे है।चलो police थाना छोटिया अपने सहेली लोग को लेकर थाना आती है।
छोटिया:पुलिस जी मेरे बापू और माँ मेरा जबरन बाल विवाह कर रहे है जबकि मुझे पढ़ना है।
पुलिस:छोटिया अरे छोरी भाँग पीकर आई है| अरे छोरी तू तो ऐसे बोल रही है कि पढ़ लिखकर I.P.S बन जायेगी। अरे छोरी घर जा तेरे बापू जो कर रहे है वह ठीक काम कर रहे है मैँ तेरे बापू को कह दूगा।
छोटिया अपने घर आ जाती है। इधर थाना के पुलिसवाले बापू को सारी बाते बता देता है।बापू घर आता है। बापू छोटिया को मारता है।
बापूः छोटिया! अरे छोरी तू थाना जाकर मेरे पर F.I.R करती है। तेरी इतनी ताकत हो गई है।
छोटियाःबापू हाँ मैँ करुगी मुझे पढ़ना है।
बापूः सुनती हो छोटिया की माँ।! छोटिया कि शादी कल शहर के मंदिर मे होगी। छोटिया के हाथ पैर बाँध दो ताकि भाग न सके। मैँ लड़के वाले लोगो को बता देता हूँ।
अगला दिन
छोटिया को शादी के लिए तैयार किया जाता है।
माँ: छोटिया अरे छोरी मैँ और तेरे बापू तेरी शादी अमिर घर मे कर रहे है।
छोटियाःमाँ मुझे पढ़ना है। मुझे शादी नही करनी है।
बापू जीप गाड़ी लेकर घर आता है। जीप मेँ बापू छोटिया को बैठा देता है। छोटिया के माँ और बापू जीप मे बैठ जाते है। जीप शहर के मंदिर की ओर जाने लगती है। जैसे ही जीप शहर के निकट पहुंचती है छोटिया सड़क पर एक खड़ी गाड़ी देखती है। गाड़ी के नीचे I.P.S लिखा रहता है।
छोटिया: बापू मुझे पेशाब लगी है।
बापू:ये गाड़ी वाले जीप रोक।
जीप रुक जाती है। छोटिया पेशाब करने के बहाने जीप से बाहर आकर चुपके से I.P.S लिखी गाड़ी के पास चली जाती है। उस I.P.S लिखी गाड़ी मे शहर की S.P बैठी रहती है। छोटिया सारी बाते बता देती है जिससे छोटिया की शादी रोक दी जाता है। S.P बापू और मखिया थाना के पलिस वाले को पकड़ लेती है। जिससे गाँव मे बाल विवाह बंद हो जाता है। लड़की को लड़का जैसे पढ़ाना शुरु हो जाता है।