सपने करने है साकार
सपने करने है साकार
उम्र है छोटी सपने है बड़े, उन्हें पूरा करने की चाह में तत्पर है ये !!
ऐसी ही कहानी है एक छोटे से शहर से ताल्लुक रखने वाली लड़की निधि की जिसने कभी हार नहीं मानी, अब वह गयारहवीं में है और डॉक्टरी की तैयारी कर रही है। पापा की लाडली, माँ की दुलारी, दादा-दादी की राजकुमारी, भाई की इकलौती बहन।
कुछ समय पहले दसवीं में अच्छे अंक प्राप्त करके माँ बाप का नाम गर्व से ऊंचा और स्कूल का नाम भी रोशन कर दिया था। तो फिर क्या पिता ने सोचा कि वह अपनी बेटी का एडमिशन कहीं अच्छी जगह करवाएंगे तो उन्होंने उसे डॉक्टरी की तैयारी करने के लिए कोचिंग इंस्टीट्यूट जॉइन करवा दिया। वहां पर वह मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट को क्लियर करने की प्रतिभा को और अच्छा करती, कुछ दिनों बाद उसने कोचिंग़ जाना शुरू कर दिया और वहां नए मित्र भी बना लिए।
सााथियों पर एक कहावत तो सुनी ही होगी "सोना जितना पुराना हो, उसकी कीमत ही ज्यादा होती है "
उसको अपने पुराने साथियों की याद आती थी। परंतु वो मजबूर थी क्योंकि कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है। विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व होता है।
जीवन में अगर अनुशासन और अपने ऊपर नियंत्रण ना हो तो वह जिंदगी बर्बाद भी कर सकता है, वहां पर एक टेस्ट हुआ जिसकी तैयारियाँ तो की थी परंतु उसके अच्छे अंक नहीं आए, जिसकी वजह से उसके पिता निराश हो गए और वह भी थोड़ा सा सहम सी गई थी कि अब मैं क्या करूं, फिर भी उसने हार नहीं मानी और अच्छा करने के लिए खुद को तैयार किया। माता-पिता ने भी उसका हमेशा साथ दिया और कभी भी नहीं हार मानने की सीख दी, सभी को अपने ऊपर विश्वास रखना चाहिए । अगर मन में कुछ करने की चाह हो तो, हर एक रास्ते खुद ही बन जाते है।
