सच्ची घटना पर आधारित एक लघु कथ
सच्ची घटना पर आधारित एक लघु कथ
सच्ची घटना पर आधारित एक लघु कथा
आज मै प्रखंड शिक्षा पदाकारी डेहरी के साथ पलामू एक्सप्रेस से पटना जा रहा था। साथ में डेहरी प्रखंड तथा अकोरी गोला के एक एक अन्य शिक्षक भी सहयात्री थे। दरअसल पटना जाने का प्लान इंटरसिटी से था परंतु उसी समय पर पलामू एक्सप्रेस मिल गई। ट्रेन पर चढ़ते हैं पहले केबिन में एक सज्जन बैठे हुए थे उन्होंने मुझे देखकर ही प्रणाम सर बोला। मैं उन्हें पूरी तरह पहचान तो नहीं पा रहा था परंतु उनके अभिवादन के उत्तर स्वरूप मैंने भी उन्हें गुड मॉर्निंग कहा। वहां जगह का अभाव था लेकिन वह सज्जन मुझे बिठाने लगे। मैंने कहा नहीं_ नहीं BEO सर मेरे साथ हैं पहले उन्हें बिठाना है ।सज्जन ने लगभग खड़ा होते हुए कहा हां हां आइए पहले सर को बिठाइए। हम लोग 4 लोग थे और वहां जगह कम दिख रहा था साथी शिक्षक के अनुरोध पर हम लोग दूसरे केबिन में चले गए।
वहां एक महिला नीचे वाले सीट पर सोई हुई थी। अनुरोध के पश्चात वह उठ कर बैठ गई तथा हम चारों लोग उसी केबिन के सीटों पर एडजस्ट हो गए। ट्रेन चलते रुकते आगे बढ़ती जा रही थी विभागीय एवं घरेलू बातों का सिलसिला बढ़ता चला जा रहा था मैं भी बीच-बीच में कुछ कुछ बोल पड़ता था। तभी पैसे रुपए की बात आई और यह भी बात आई कि अकोढ़ी गोला के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मात्र 5 दिनों के पश्चात ही सेवानिवृत्त हो जाएंगे।
मुझसे रहा नहीं गया मैंने कहा सर मैंने तो यही कमाया है कि जब मैं ट्रेन में चढ़ा तो एक वैसे शिक्षक जिसने मैं पहचान भी नहीं पा रहा था अभिवादन कर मुझे अपनी सीट पर बिठाने के लिए तैयार थे। साथ चल रहे मेरे प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सुरेश सर अभी मेरी हां में हां मिला ही रहे थे तभी मेरे सामने बैठी लगभग मुझसे थोड़ी कम उम्र की एक महिला ने अचानक ही कहा सर आपने मुझे भी पढ़ाया है। अब तो मैं पहुंचा आश्चर्यचकित और अंदर से खुशी से लबालब भरा हुआ था। ऐसा लग रहा था इसके आगे जायज न जायाज सारे पैसे, सारे मेडल बेकार हैं।
वाकई यह घटना मेरे दिल को छू गई थी अगर आपको भी अच्छी लगे तो मुझे जरूर बताएंगे।
अंत में मैंने उनसे पूछा की आपको मैंने कहाँ पढ़ाया है मैम, मैं तो आपको पहचानता नहीं। उन्होंने कहा की जब मैं BRC से DEld कर रही थी तो मैं वहां था और कभी कभी क्लास लिया करता था। उन्होंने फिर कहा की मैं वर्तमान में gnps public स्कूल में प्रधान अध्यापक के रूप में कार्य कर रहे हैं।
