ओ नारी
ओ नारी
सीमा सुबह से घर का सारा काम निपटाकर जल्दी से तैयार हुई और बाहर से ड्राइवर की आवाज आयी मैडम गाड़ी तैयार है, वो दौड़ते भागते आकर गाडी में बैठी और और सीधे सम्मान समारोह में पहुंच गयी जहाँ उसे सम्मान मिलना था।
महिला संरक्षण की अध्यक्ष होने के नाते, सम्मान के लिए पर पहुंची और माइक हाथ में लेकर महिलाओं को दरिंदों से बचने के उपाय सीखा रही थी,
खूब तालियाँ बजी अपना सम्मान लेकर वापस घर आ गयी ।
जैसे ही घर में कदम रखी सास और ननद की ताने भरी आवाज कान में जोर जोर से पड़ने लगी अरी ओ अध्यक्ष महोदया तेरा बाहर का सम्मान हो गया होगा तो घर का कामधाम भी निपटा तेरे ससुर कब से नाश्ता के लिए बोल रहे हैं मेरी गुड़िया बेटी कॉफी नहीं पी है और मेरा भी चाय नहीं मिलने से सिर दर्द हो रहा है तुरंत लाकर दे, सीमा मन ही सोचने लगी इनसे स्वयं का संरक्षण कैसे करूं ?