निःशब्द
निःशब्द
"क्या हुआ माँ ? ये भाभी जी कहाँ जा रही हैं ?"
"अब तेरे भैया रहे नहीं ! अब यह विधवा यहां क्या करेगी ? जा रही है अपने भैया के पास।"
"क्यों माँ ? इसके भैया इसके अपने हैं और हम क्या इसके कोई नहीं ? ऐसा क्यों माँ ?"
"अरे तू नहीं समझेगा ! अभी उसकी उम्र ही क्या है ? अभी तो बच्चे भी नहीं हैं इसके जिसके सहारे वह अपना जीवन काट लेती। कोई अच्छा सा घर वर देखकर इसका भाई इसकी शादी करा देगा। बेचारी खुश रहेगी।"
" तो क्या हमारा घर अच्छा नहीं है माँ ? और क्या मैं अच्छा वर नहीं ?"
अब माँ निःशब्द थी।