मोहब्बत - 1
मोहब्बत - 1
उना हिमाचल प्रदेश जहाँ पर चौबीस वर्षीय ट्रक ड्राइवर काइद और उनके खलासी दोस्त एडवर्ड रहते है, साथ ही उनकी मुंहबोली बुआ समीरत रहती है। जिनसे उनकी मुलाकात तब होती है जब वो अपने ससुराल वालों के अत्याचारों से तंग आकर वहाँ से आत्महत्या करने के लिये रेलवे ट्रेक पर पहुँचती है। लेकिन काइद द्वारा बचा ली जाती है तभी से वो उनके पास रहती है, लेकिन अभी कुछ दिनों के लिये बाहर गयी हुयी होती है।
काइद और एडवर्ड रोज़ की ही तरह अपने सफर पर थे और आज उन्हें माल झारखंड ले जाना था, लेकिन वहाँ से लौटकर आते समय रात को एडवर्ड को भूख लगने लगती है तो वो ट्रक को सड़क किनारे थोड़ी देर खड़े रखने को कहते है ताकि वो पीछे रखी सेब की पेटीयों में से सेब निकालकर खा सके, जो वो लोग वहाँ से आते वक्त लेकर आये थे तो काइद झल्लाकर कहते है - क्या यार कितनी भूख लगती है तुझे और तेरी यह बेवक्त की भूख जाती क्यों नहीं ? चल फिर भी ठीक है और यह कहकर ट्रक रोक देते है। एडवर्ड खुशी से उछलते हुए कहते है - यह हुयी ना यारों वाली बात तभी तो कहते है - यार से सच्चा और अच्छा कोई नहीं हो सकता इस दुनिया में और यह कहकर नीचे उतर जाते है तो उनके साथ ही काइद भी नीचे उतर जाते है। एडवर्ड पीछे जाते है और अभी कोने तक पहुंचते ही है के , तभी एक लड़की डरी - सहमी अपनी जान बचाती हुयी दौड़ती - भागती हुयी सामने से आकर काइद के पीछे छुप जाती है।
दोनों इस तरह से अचानक हुए घटनाक्रम से हतप्रभ रह जाते है और इससे पहले के, वो कुछ माजरा समझ पायें तभी सामने से चार - पाँच गुंडे टाइप के लोग उनकी तरफ आते है और उन्हें धमकाते हुए कहते है - चुपचाप से इस लड़की को हमारे हवाले करके यहाँ से निकल जाओ इससे पहले के, तुम लोगों के साथ हमें कुछ गलत करना पड जाये तो तुम्हारी भलाई यहाँ से निकल जाने में ही है। काइद उस लड़की का हाथ पकडकर कहते है - लड़की तो तुम लोगों को मिलेगी नहीं अलबत्ता अस्पताल का बेड और दवाईयाँ ज़रूर मिल जायेगी, या फिर यह भी हो जाये के, तुम लोग इतनी भी जिंदगी ना जी पाओ तभी एक गुंडा चाकू निकालकर उनकी तरफ बढ़ता हुआ कहता है - तो तू, हम सबको अस्पताल पहुंचायेगा। बेटा तूने बहुत बड़ी ग़लती कर दी इस फटे में पाँव फंसाकर तो, तू अब तो गया। काइद उस लड़की को दिलासा देते हुए ट्रक में जाकर बैठने को कहते है और तभी वही गुंडा उन पर चाकू से वार करने ही वाला होता है के, वो उसका हाथ पकड़कर पीछे की तरफ मोड़ देते है जिससे वो दर्द से कराह उठता है तभी दूसरा आने लगता है तो वो उसे ही उसके ऊपर धकेल देते है जिससे दोनों ही गिर जाते है।
अपने साथियों का यह हाल देखकर बाकी बचे तीनों ही उन्हें घेरकर चाकू लिये खड़े हो जाते है और उन पर एक साथ हमला करने लगते है तो काइद उन दो के हाथ पकड़कर उस तीसरे के सीने पर उन दोनों के ही चाकूओं के वार करवा देते है जिससे वो तीसरा वही घायल होकर गिर जाता है। उन दोनों बाकीयों को भी पेट में घुसों और घुटने की मारते है तभी पहले वाले दोनों उठकर के एक साथ काइद पर हमला करने के लिये आगे बढते है काइद हट जाते है जिससे वो दोनों ट्रक के बोनट से टकराते है। काइद उन दोनों को पकड़कर के उनके सरों को दो - तीन बार बोनट पर पटक - पटककर घायल कर देते है जिससे वो दोनों तो वहीं घायल होकर गिर जाते है और यह देखकर बाकी वो दोनों वहाँ से भाग छूटते है साथ ही धमकाते हुए जाते है - देख लेंगे तुझे क्योंकि तुझे पता नहीं है के, तूने जिसके आदमियों पर हाथ उठाया है और मारा है जिन्हें वो लोग तुझे छोडेंगे नहीं और याद रखना अब बहुत कम दिन बचे है तेरी जिंदगी के और बाकी बचे तीनों भी भाग जाते है । एडवर्ड तब तक पेट पूजा करके बाहर वापिस ट्रक के केबिन के पास आते है और कहते है - भाई कभी तो मुझे भी हाथ आजमा लेने दिया कर हमेशा खुद ही सबको चारों खाने चित्त करता रहता है तो वो हँसते हुए कहते है - और तू बस खाने में रह जाता है और यह कहकर दोनों हँस पड़ते है। काइद उस लड़की के पास जाते है जो केबिन के दूसरी तरफ खड़ी रहती है।
