महान माता
महान माता
समय कितना बीत चुका ,
घर लौट के तू कब आएगा,
शाम ढलने वाली है,
दीप तू कब जलायेगा,
तू ही मेरी आँखों का रौनक,
तू ही एक सितारा है,
जन्नत भी कोई दे दे मुझको,
फिर भी तू सबसे प्यारा है,
नभ से उतरी रानी कोई,
चाहे ईश्वर का ज्ञानी कोई,
पत्थर दिल करके मार जाऊंगी,
पर तुझे न किसी को दे पाऊँगी।