मेरे बच्चे
मेरे बच्चे
देख कर चलो मेरे बच्चे,
ये जीवन आसान नहीं
समझो और सँभलो,
राह की हर एक पगडंडी
आड़ी-तिरछी सी है।
घबराना नहीं मेरे बच्चें,
तुम्हारी हर एक डगमगाहट
नए होंसले को जन्म देगी।
नन्ह-नन्हे कदमों से,
तुम दौड़ते नज़र आओगे।
थकना नहीं मेरे बच्चे,
उन्नति के शिखर पर
स्वछन्द, खिलखिलाता
सिर्फ"अरुणोदय"है।