कोरोना वायरस ( कोविड-19 )
कोरोना वायरस ( कोविड-19 )


चिकुनगुनिया, हैजा, प्लेग जैसी जानलेवा महामारी भारत में कोरोना वायरस (COVID-19) से पहले व्यापक रूप से फैल चुकी है। जो कोरोना वायरस से भी बहुत ज्यादा खतरनाक व तीव्र गति से फैलने वाली महामारी है। लोगों में उस समय उन महामारियों को लेकर इतना डर व खौफ का आलम नहीं था। लेकिन आज खासतौर से भारतीय मीडिया ने कोरोना वायरस को लेकर देश में जो हाय- तौबा मचाई है, जिसने लोगों के अंदर एक डर का माहौल उत्पन्न कर दिया है। आज देश-भर में लोगों के अंदर हम COVID-19 के भयानक खौफ को महसूस कर सकते हैं।
अभी तक पूरे विश्व के कोई भी देश इस वायरस का एंटीडोट व उनसे संबंधित सभी तरह की जानकारियां नहीं जुटा पाई है। लेकिन हमारे देश में ऐसा लगता है कि सभी अपने-अपने काम धंधें को छोड़कर कोरोना वायरस के ऊपर रिसर्च करने जुट गए हो और मानों बहुत बड़े रिसर्चर हो गए हो। जिसको जो मन में आता है कोरोना वायरस को लेकर उजूल-फ़िजूल बातें कर रहा हैं।
▪️कोई जानवरों के मूत्र व उनके अवशिष्ट पदार्थों(गोबर) के सेवन की बातें कर रहा है।
▪️कोई COVID-19 को #RNA- वायरस बता रहा है, तो कोई #DNA- वायरस बता रहा है।
▪️कोई यह बता रहा है इसके जीवाणु 27 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापक्रम पर जीवित नहीं रह पाते हैं।
( तो एक सामान्य मनुष्य के शरीर का तापक्रम 37 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है, तो उसके शरीर पर इस वायरस का प्रभाव क्यों पड़ता है? )
▪️कोई कह रहा है कि इससे बचाव के लिए मास्क का उपयोग जरूरी नहीं है। यह वायुजनित रोग नहीं है।
( कोरोना वायरस का आकार 400-500 माइक्रोमीटर होता है। वायरस के बड़े आकर के कारण इसका वायरस वायु के द्वारा नहीं फैलता है। पर वो ये नहीं सोचते कि इसका वायरस कोरोना से ग्रसित व्यक्ति के छींक या खांसी के द्वारा निकट/बगल में उपस्थित व्यक्तियों में आसानी से पहुंच सकता है। )
▪️कोई अंडे व मांस के सेवन से बचने की बातें कर रहा है।
( पहली बात ये कि अंडे व मांस खाने से मनुष्य के शरीर के इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। जिससे किसी भी बीमारियों के प्रति शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। और दूसरी बात, अंडे व मांस को 100 डिग्री सेल्सियस पर पकाया जाता है। जिससे कोई चांस ही नहीं बचता है, वायरस के जीवित रहने के। )
आप सभी से निवेदन है कि अफवाहों पर ध्यान न दें। सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस व नियम का पालन करें व डॉक्टरों से उचित सलाह लें। परिवारजनों, सगे-संबंधियों एवं पड़ोसियों की हर संभव मदद करें। इस रोग से बचाव/रोक-थाम के लिए साफ-सुथरा व सावधानी ही एक मात्र उपाय है।
1.) कम से कम 20 सेकंड के लिए साबुन और पानी से हाथ धोएं, खासकर बाथरूम जाने के बाद; खाने से पहले; और अपनी नाक बहने के बाद, खाँसने, या छींकने के बाद अक्सर।
2.) यदि साबुन और पानी आसानी से उपलब्ध नहीं हैं, तो अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें जिसमें कम से कम 60% अल्कोहल हो। यदि हाथ स्पष्ट रूप से गंदे हैं तो साबुन और पानी से हमेशा हाथ धोएं।
3.) मुँह, आंख, नाक व चेहरे को बार-बार छूने से बचें।
4.)घर से बाहर निकलने से पहले मुँह व नाक को मास्क से ढ़ककर ही बाहर निकले।
5.) भीड़-भाड़ वाले स्थानों जैसे- पार्क, स्विमिंग पूल, मॉल, सिनेमा हॉल, पार्टी, मीटिंग आदि पर जाने से बचें।
सर्तक रहें, सावधान रहें।
घर में रहें और सुरक्षित रहें।।