कितने सीरियस हो तुम
कितने सीरियस हो तुम
मेरी कॉलीग ने कहा तुम इतना सीरियस क्यों हो ?
तुम हर बात को सीरियस लेते हो।
मैंने कहा नहीं तो, ऐसा कुछ नहीं। ऐसा बोल वह अपने काम में लग गयीं।
कुछ देर बाद काम करते-करते, ओ शिट की तेज़ आवाज़ के साथ सब तुम्हारी वजह से हुआ है, ये तुमने ही किया है। मैंने क्या किया, मेरी वजह से कुछ नहीं हुआ ठीक है। ऐसा कहते ही हँसते हुए बोली देखा ना. सच में कितना सीरियस हो तुम, हर बात को सीरियस ले लेते हो।
हम्म !
शायद इतना ही सीरियस हूँ।