कॉलेज गोइंग स्टूडेंट
कॉलेज गोइंग स्टूडेंट
कभी-कभी एक ख़्याल जो दिल में आता है चैन-ओ -सुकून सब चला जाता है। सोचता हूँ जो कभी उस दायरे में तो लगता है जैसे सिर पर बाल ही ना हो और अगर किसी "कॉलेज गोइंग स्टूडेंट" के कोई गर्ल फ्रेंड ना हो तो जैसे सिर पर बाल ना हो।
मेरी कहानी भी कुछ ऐसी ही थी और मुझे भी कई बार ऐसा ही लगता था लेकिन जब जब भी सोचता हूँ उस दायरे में तो एक फ़र्ज़ हूँ मैं ! घर से मीलों दूर आया हूँ कुछ करना है, नाम कमाना है, पैसा कमाना है पर अपने दोस्तों को देख कर कर कभी - कभी लगता था की बाइक राइडिंग, किसी मॉल के बाहर घंटो खडे रहना, आँखें सेकना, धुँआ के साथ चाय की थड़ियों पे गप-शप करना शायद यही वक़्त बिताने का एक तरीका होता है किसी कॉलेज स्टूडेंट के लिए और मुझे भी लगता की अब तो जेल लगानी चाहिए और लगता भी क्यों ना आखिर मैं भी तो एक कॉलेज गोइंग स्टूडेंट था लेकिन मैं जिसे वक़्त बिताना समझ रहा थवो तो सिर्फ वक़्त ख़राब करना था खेर मैं जान चुका था ये सब टाइम - पास नहीं लक्ष्य से बाईपास है और उसी टाइम को यूटीलाइज कर मैंने अपने फील्ड ऑफ इंटरेस्ट पर काम करना शुरू किया।
बार-बार हाथ लग रही असफलताओं के बावजूद भी कभी हार नहीं मानी बस चलता गया...
खुद ही से वायदा किया 'नहीं रुकना है' चलते रहना है जब तक नाम "अनुज " ना हो इस ज़िंदगानी में.
आज माता-पिता के आशीर्वाद और परमेश्वर की विषेश कृपा दृष्टि के फलस्वरूप जीवन में बहुत अच्छा कर पा रहा हूँ।
