इतिहास में नाम
इतिहास में नाम
गंगा नदी के किनारे एक जंगल था। उसमें एक तीतर और एक कौआ रहते थे। एक दिन जंगल में भयंकर आग लग गई। तीतर अपनी छोटी सी चोंच में पानी भरकर लाती और आग पर डाल देती। तीतर को बार-बार ऐसा करते देख, कौआ हँसकर बोला- "तुम्हें क्या लगता है, तेरे पानी डालने से आग बुझ जायेगी।"
फिर तीतर ने जो कहा कौआ की बोलती बंद हो गई।
तीतर ने कहा- "मुझे मालूम हैं मेरे पानी डालने से आग नही बुझेगी पर जब इतिहास लिखा जायेगा तो मेरा नाम आग बुझाने वालों में लिखा जायेगा, बैठकर तमाशा देखने वालों में नहीं।"
