गुरु
गुरु


सर्वप्रथम गुरु माता होती है
गुरु जीवन का आधार है
अंधकार में दीपक का प्रकाश है
उच्च गुरु का जीवन में होना
ईश्वर का वरदान है
गुरु विद्या और गुणों का सागर है
विद्या का धन सबको देकर
जीवन सबका सुखमय करते है
गुरु आशा और विश्वास है
ज्ञान और सदाचार का पाठ पढ़ाते है
अवगुण दूर कर हमें गुणवान बनाते है
कर्तव्य, संयम और धैर्य से
सही पथ पर चलना सिखाते है
अंतर्मन का तम हरने को ज्ञान का दीप जलाते है
निश्चय हमारा अटल रखते है
मन में सदा भक्ति का भाव सिखाते है
भले बुरे का भेद बताकर सच्ची राह दिखाते है
गुरु ऐसा तेज है जिससे सारा संसार प्रकाशवान है
वैर न करें आपस में मिलकर रहना सिखाते है
गुरु ब्रह्मा गुरु ही विष्णु साक्षात परब्रह्मा गुरु का अवतार है
गुरु के चरणों में शत शत प्रणाम है।