जीजी, तुम्हारा मन तो तुम्हारे तन से भी ज़्यादा सुंदर है जीजी, तुम्हारा मन तो तुम्हारे तन से भी ज़्यादा सुंदर है
मैंने पूछा -" तो पापा, क्या यौनेक्छा बुरी बात होती है? " मैंने पूछा -" तो पापा, क्या यौनेक्छा बुरी बात होती है? "
किसी दूसरे मनुष्य जितनी ही, मैं भी एक मनुष्य हूँ।" किसी दूसरे मनुष्य जितनी ही, मैं भी एक मनुष्य हूँ।"