नज़रें जरूर भटकती है इधर उधर, पर मानो उसके सिवा कुछ और देखना ही नहीं चाहता। नज़रें जरूर भटकती है इधर उधर, पर मानो उसके सिवा कुछ और देखना ही नहीं चाहता।
नहीं अब कोई बात नहीं सुन रही मैं बात भी नहीं करना बाय ! नहीं अब कोई बात नहीं सुन रही मैं बात भी नहीं करना बाय !
और इतराते हुए पोते को साथ लिए गाड़ी की ओर बढ़ गए।। और इतराते हुए पोते को साथ लिए गाड़ी की ओर बढ़ गए।।
पूरे बीस मिनट तक वो मेरे साथ थी; न उसने ज्यादा कुछ बोला न मैंने कुछ ज्यादा पूछा। बस यही कि "वक़्त कै... पूरे बीस मिनट तक वो मेरे साथ थी; न उसने ज्यादा कुछ बोला न मैंने कुछ ज्यादा पूछा।...
ठाकुर साहब की हवेली को पुनः जीवित करते हैं... ठाकुर साहब की हवेली को पुनः जीवित करते हैं...
आदित्य स्वयं को उससे प्रेम करने से नहीं रोक पाया। आदित्य स्वयं को उससे प्रेम करने से नहीं रोक पाया।