एक प्रेम कहानी
एक प्रेम कहानी
एक नादान सी लड़की थी और एक सिम्पल सा लड़का, बरसों से जानपहचान थी दोनों की और उनकी मम्मी भी साथ में जॉब करती थी।
बचपन से प्यार का थोड़ा एहसास था दोनों की तरफ से और देखते देखते वो साथ बड़े भी हो गये पर लड़का ज्यादा देर तक अपनी फीलिंग दबाये नहीं रख सका, तभी उसने सोचा की वो इस वेकेशन में अपने प्यार का इकरार कर ही देगा पर शायद उम्र में वो बहुत छोटे थे।
8 के वेकेशन में जहां लोग खेलते हैं वहां ये प्यार का इकरार करने चला, तभी लड़की को इसकी भनक हो गयी। लड़की ने साफ इनकार कर दिया और दोनों की दोस्ती पे भी द एंड का बॉर्ड लग गया और ऐसे ही दोनों ने दो साल गुजार दिए और फिर दोनों अलग अलग स्कूल में चले गए।
तब लड़का रोज किसी न किसी बहाने लड़की को रोककर प्रशन पूछता और दोनों की दोस्ती फिर से हो गयी, तब लड़की को धीरे धीरे एहसास हुआ कि वो भी उसे प्यार करती है और यह बात लड़के को भी कहीं से पता चल गयी पर दोस्ती बारे में थोड़े दिन बाद में लड़की के घर पता चल गया।
तब भी लड़की ने लड़के का हाथ नहीं छोड़ा पर फिर धीरे धीरे लड़की लड़के को जान गयी और वो कहने लगी मुझे तुम्हारे साथ अब नहीं रहना। लड़का जबरजस्ती लड़की को बात करने पर मजबूर करता और तब लड़की समझी- मेरी माँ सही कह रही थी और लड़की ने ब्रेकअप कर दिया।
लड़की आज भी बहुत अफ़सोस करती है की उसने अपनों की बात न मान कर गलत किया, दोस्तो, प्यार चाहे जितना हो माँ बाप से ज्यादा नहीं होता।