Sarita Saini

Tragedy

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Sarita Saini

Tragedy

दिल की तमन्ना

दिल की तमन्ना

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शाम होने वाली थी ..

हर रोज़ की तरह इंतज़ार बढ़ता गया ,

क्योंकि वो अक्सर शाम को ही घर आता था ।

और रोज़ की तरह उस शाम भी वो आया ..

पर उस दिन भी हम उससे 

अपने प्यार इज़हार न कर सके ..

दिल की तमन्ना दिल में ही घुटकर रह गई ।


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