देश प्रेम की शक्ति
देश प्रेम की शक्ति
रवि कौशिक ने १९७० में पाकिस्तान में समाचार को भारत को पहुचानें के लिए पाकिस्तान गए। इन्होंने २ साल कि प्रशिक्षण के बाद पाकिस्तान को गए। उन्होंने पाकिस्तान में अपनी डिग्री हासिल किया। उन्होंने डिग्री करने के बाद पाकिस्तान आर्मी बन गए और सारे समाचार भारत को दिया। किसी को अनुमान न आने के लिए उन्होंने वहां की एक महिला से शादी की। जो भी युद्ध १९७०-१९८६ तक हुई वो सब भारत कि विजेता का कारण रवींद्र कौशिक थे। उनको १९८६ में पाकिस्तान लोगों ने पकड़ा और उन्हें पाकिस्तान के कोर्ट ने उन्हें मारने की सज़ा दिए पर मानवाधिकार संस्था से दबाव आने के कारण पूरा जीवन को जेल कि शिक्षा मिली। भारत सरकार ने कहा कि वह भारतीय नहीं है और उससे पहले उनको बहुत ज़्यादा तंग किया और नाखूनों को शरीर में खींचना आदि के काम करवाया गया। और उन्हें जब यह समाचार मिला की भारत के सरकार से तब उन्हें तंग करना बंद किया और उन्हें कुछ भी दवा नहीं दिया और उन्होंने १९९० में उनकी मृत्यु हुई।
