हाइकू... तीन पंक्ती की कविता, पढिए क्या कह रही है सह... हाइकू... तीन पंक्ती की कविता, पढिए क्या कह रही है सह...
बचा रहेगा अंत में भी प्रेम ! बचा रहेगा अंत में भी प्रेम !
तुम सब कुछ कर सकती हो कब अपने अंदर यह विश्वास जगाओगी। तुम सब कुछ कर सकती हो कब अपने अंदर यह विश्वास जगाओगी।
बंदगी का हिसाब कह देंगे अगर इश्क है इबादत तो की है हमने वो बेहिसाब..। बंदगी का हिसाब कह देंगे अगर इश्क है इबादत तो की है हमने वो बेहिसाब..।
शीत लहर में भी जी रहे हिमपात खुशी। शीत लहर में भी जी रहे हिमपात खुशी।
विन्ध का कद बौना पड़ा हिम भी सर्द, औंधा पड़ा ! विन्ध का कद बौना पड़ा हिम भी सर्द, औंधा पड़ा !