सब पे खूब रौब डालता, कोई भी, उसके सामने नहीं टिक पाता। सब पे खूब रौब डालता, कोई भी, उसके सामने नहीं टिक पाता।
तुम चमक धमक पर मरते हो, फिर हो कि हाय हाय करते हो। तुम चमक धमक पर मरते हो, फिर हो कि हाय हाय करते हो।
निस्वार्थ में डूबा रहता ,औरों का हिस्सा खाता है । निस्वार्थ में डूबा रहता ,औरों का हिस्सा खाता है ।
सुन ले ख़ौफ के सौदागर, हम नही हारेंगे।। सुन ले ख़ौफ के सौदागर, हम नही हारेंगे।।
साॅरी कहने से काम चल जाता है...? नहीं जो मन की पीडा है... वह तो वैसे ही रहती है...!!! साॅरी कहने से काम चल जाता है...? नहीं जो मन की पीडा है... वह तो वैसे ही रहती है....
हां बहुत बुरे हो तुम कभी भी मुझे बांहों में घेर नहीं कहते हो जान न ही जानू न देते हो गुलाब न ही ... हां बहुत बुरे हो तुम कभी भी मुझे बांहों में घेर नहीं कहते हो जान न ही जानू न...