कोई कहे गंगा, कोई कहे यमुना, गोदावरी कहो या कहो शिप्रा, जल दुलारी मैं हूँ नदी। कोई कहे गंगा, कोई कहे यमुना, गोदावरी कहो या कहो शिप्रा, जल दुलारी मैं हूँ...
मैली पड़ी थी चौकी सूखे होंठों पर मुस्कान सी थी छाई मैली पड़ी थी चौकी सूखे होंठों पर मुस्कान सी थी छाई
लोगोंने इस जिंदगी को बना दिया अपनी चेली है कोई तारीफ करे तू खुश हो जाता है कोई बुराई करे तू ख़फ़... लोगोंने इस जिंदगी को बना दिया अपनी चेली है कोई तारीफ करे तू खुश हो जाता है क...
आज वो बूढ़े हो गये और कुछ ऊँचा सुनने लगे हैं। आज वो बूढ़े हो गये और कुछ ऊँचा सुनने लगे हैं।
प्रकृति की साँसों पर सजती है सदियों पुरानी वही मुस्कुराहट फिर से। प्रकृति की साँसों पर सजती है सदियों पुरानी वही मुस्कुराहट फिर से।
अभी दो घंटे लंबा उनका प्रोग्राम है जय हो गंगा मैया चलो कुछ तो आराम है। अभी दो घंटे लंबा उनका प्रोग्राम है जय हो गंगा मैया चलो कुछ तो आराम है।