मैं तो सफर में गिरता चलता रहता हूँ तुम ऐसे ही साथ देते रहना अगर हो सके। मैं तो सफर में गिरता चलता रहता हूँ तुम ऐसे ही साथ देते रहना अगर हो सके।
कभी पुलिस ने खाने कमाने का नया ढंग निकाला है, न पहनने के कितने बाहने बनाते । कभी पुलिस ने खाने कमाने का नया ढंग निकाला है, न पहनने के कितने बाहने बनाते ।
ना जश्न में, ना त्योहार में, ना जलसे में, फिर भी है। ना जश्न में, ना त्योहार में, ना जलसे में, फिर भी है।
लड़की भी सहमी थोड़ी पर, उसके अंतर्मन ने उसे जगाया लड़की भी सहमी थोड़ी पर, उसके अंतर्मन ने उसे जगाया
दुपट्टे के आरपार से बिंधती वेधक नज़रें उसकी सीने के समूचे मांस को जला जाती है, दुपट्टे के आरपार से बिंधती वेधक नज़रें उसकी सीने के समूचे मांस को जला जाती है,
वो एक गुलाब पा कर उसी में महक जाती थी वो कहाँ तब कोई परफ्यूम लगाती थी वो वो एक गुलाब पा कर उसी में महक जाती थी वो कहाँ तब कोई परफ्यूम लगाती थी वो