तू देखे टकटकी लगाए मैं कहूँ सब आँखें झुकाए, बात चलती रही जैसे बहरा है तू भी तू देखे टकटकी लगाए मैं कहूँ सब आँखें झुकाए, बात चलती रही जैसे बहरा ह...
विकास की पट्टी को बांध मत बन अँधा, वो ही बनेगा एक दिन तेरे गले का फंदा। विकास की पट्टी को बांध मत बन अँधा, वो ही बनेगा एक दिन तेरे गले का फंद...
पाँच पतियों वाली का कटाक्ष, बना द्रोपदी का उपहास, पाँच पतियों वाली का कटाक्ष, बना द्रोपदी का उपहास,
मैं अंधा हूँ पर समाज है क्या? मैं अंधा हूँ पर समाज है क्या?
सुना था परमात्मा की कहानियां देवत्व की कथाएँ और देख रहे हैं सबको बदलते हुये। सुना था परमात्मा की कहानियां देवत्व की कथाएँ और देख रहे हैं सबको बदलते ...
विकास की आशा से अपना मत था दिया, कुर्सी की चाहत ने नेताओं को अंधा बना दिया, विकास की आशा से अपना मत था दिया, कुर्सी की चाहत ने नेताओं को अंधा बना दिय...