संवेदनाओं भरा दिल संवेदनाओं भरा दिल
तू देखे टकटकी लगाए मैं कहूँ सब आँखें झुकाए, बात चलती रही जैसे बहरा है तू भी तू देखे टकटकी लगाए मैं कहूँ सब आँखें झुकाए, बात चलती रही जैसे बहरा ह...
न शिकवा है न फ़रियाद है न कोई किसी से विवाद है, न गुलशन में महक है न भोजन में ही स्वा न शिकवा है न फ़रियाद है न कोई किसी से विवाद है, न गुलशन में महक है न भोज...
उढ़ा देता वो अपना प्यार भरा आँचल मुझपे उसको होंठ हिलाके कुछ बताना नहीं पड़ता उढ़ा देता वो अपना प्यार भरा आँचल मुझपे उसको होंठ हिलाके कुछ बताना नहीं पड़ता
हम सबकी दुआँऐं हैं आपके साथ, भारत माँ पे आने न देंगे कोई भी आँच। हम सबकी दुआँऐं हैं आपके साथ, भारत माँ पे आने न देंगे कोई भी आँच।
सिवाय किताबों के और कुछ भी ना हो सिवाय किताबों के और कुछ भी ना हो