ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
ज़िंदगी एक सफर
खूबसूरत बड़ा,
फलसफा कुछ ऐसा है।
आना है तो जाएंगे,
यही तो रीत है।
सब कुछ है पास,
पर कुछ तो है खास ,
जो मिलना बाकी है
अभी जीना बाकी है।
क्या दुख मनाना कल का,
छोड़ो कल की बातें,
पल में रोना पल में हँसना है।
वक़्त थोड़ा अजब सा है,
कभी रुकता नहीं चलता है।
सब कुछ है पास
पर कुछ तो है खास
जो मिलना बाकी है
अभी जीना बाकी है।
गर ख़्वाहिशें कम हैं
तो चुनौती दे दो खुद को
गर सफलता नही है
तो उठकर खड़े होना है।
सब कुछ है पास
पर कुछ तो है खास
जो मिलना बाकी है
अभी जीना बाकी है।
भाप बन के उड़ गयीं
कल की वो जो चिंताएं थी,
चलो बढ़ चलें आज हम
यही दौर-ऐ-ज़माना है।
