यदि तब भी जीवित रह पाओगे।
यदि तब भी जीवित रह पाओगे।
अतीत भूल करके आगत का,
यदि तुम स्वागत कर पाओगे।
अजेय बनेगा भविष्य तुम्हारा,
यदि तब भी जीवित रह पाओगे।
जब जीवन से प्यारी मृत्यु लगे,
पीड़ा में प्रति पल हृदय पगे।
सब रास्ते, मंजिल और सगे,
जब विश्वास तोड़कर तुम्हें ठगें।
होगा तब नूतन जन्म तुम्हारा,
निश्चित ही निखर जाओगे।
चमकेगा सौभाग्य सितारा,
यदि तब भी जीवित रह पाओगे।
हवा रुकी हो, साँस थमी हो,
वाणी में जैसे बर्फ जमी हो।
जब सपने सभी सिसकते हों,
अधलँगड़े शब्द निकलते हों।
पूजी जायेगी पीड़ा तब,
जब उससे गीत बनाओगे।
इतिहास संजोयेगा दर्द तुम्हारा,
यदि तब भी जीवित रह पाओगे।
हो राहु राशि में पैर जमाये,
सारा जग तुमसे बैर निभाये।
ना समझे कोई पीड़ा को,
प्रतिपल त्रुटियाँ तुम्हें गिनाये।
तब भी इस निर्मम दुनिया से,
यदि तुम दृष्टि मिला पाओगे।
कदमों में सारा जग होगा,
यदि तब भी जीवित रह पाओगे।
