STORYMIRROR

Shital Dhadave

Drama Romance

3  

Shital Dhadave

Drama Romance

यादें

यादें

1 min
116

घरों से गलियों तक

मुहल्ले से बाजार तक,

चौक से सड़कों तक,

एक एक कर हम ,

एक शहर से दूसरे शहर ,

आ जाते रहे ,

यहाँ रातें जागकर और,

दिन सोचकर बिताते रहे, 

लेकिन कभी भी वापस,

नहीं जगा गया यह से ,

क्यू की तेरी यादें जो थी, 

यहां पे।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama