वर्षा रानी
वर्षा रानी
मुंबई और दिल्ली में,
देखो हो गई बड़ी लड़ाई
वर्षा रानी जम कर बरसी,
मुंबई बंद कराई ।
दिल्ली दिलवालों की,
वर्षा रानी पर वो भड़के,
त्राहि-त्राहि मच गई,
सूखी पड़ी हैं सारी सड़कें ।
वर्षा रानी तुम,
इतनी ना मतभेदी हो जाओ,
मुंबई से अब रुख मोड़कर,
दिल्ली में आ जाओ ।
तानसेन तो हूँ नहीं कि,
तुमको मैं रिझाऊँ,
तुम तो खुद ही समझदार हो,
क्या तुमको समझाऊँ ।
झमझम-झमझम बरसो मेघा,
ना, दोहरी आँख दिखाओ,
भारत भ्रमण कर लिया हो तो,
दिल्ली भी आ जाओ ।
