वो वतन मेरा है
वो वतन मेरा है
जहाँ पर हरयाली से छाए खेत हैं,
सपने संपूर्ण करने की आजादी है,
प्रेम मोहब्बत यानी विश्वास से भरा,
वो वतन मेरा है।।
दया क्षमा और दानत्व के भावनाएं है,
जहाँ अन्य जीवों को भी परिवार कहते है,
पेड़-पौधों को मानते है भगवान,
वो वतन मेरा है।।
जहाँ पैसों से भी लगते प्यारे रिश्ते हैं,
अलग- अलग होके भी सब एक होते हैं,
वाणी संस्कृति भिन्न पर है एकता,
वो वतन मेरा है।।
भाईचारे की सिख जहाँ पर दी जाती है,
आदर- सन्मान जहाँ पर सबके लिए है,
मेहमान भी जहाँ होते है भगवान,
वो वतन मेरा है।।
हर रंग मिलकर यहाँ एक रंग बनाते हैं,
सफेद रंग से शांति कायम की जाती है,
हर एक त्योंहार जहाँ मनाते धूमधाम से,
वो वतन मेरा है ।।