उसकी तलाश
उसकी तलाश


जो अब नहीं है
इस जहां में
फिर भी यहां-वहां
वो रहता है हर पल
देता है दस्तक दिल पर
यह दस्तक होती है
इतनी नुकीली
कि -
ना पूछो कुछ भी
चुभती है नश्तर की तरह
कर देती है -
छ्लनी-छलनी दिल मेरा
लहुलुहान दिल लिए
तलाश रहा हूं उसको
मैं इस जहां में
जो नहीं है इस जहां में!